भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान का एक पुराना बयान सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने बिना नाम लिए एक ऐसा खुलासा कर दिया, जिससे फैंस भड़क उठे हैं।
इरफान ने कहा कि वह कभी भी ऐसे खिलाड़ी नहीं रहे जो किसी के कमरे में जाकर हुक्का सेट करें। उनका कहना है कि एक क्रिकेटर का असली काम सिर्फ मैदान पर प्रदर्शन करना होता है, न कि किसी तरह की चापलूसी करना।
2008 ऑस्ट्रेलिया सीरीज का किस्सा
स्पोर्ट्स तक को दिए इंटरव्यू में इरफान ने बताया कि 2008 ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान मीडिया में खबर आई कि कप्तान उनकी गेंदबाज़ी से खुश नहीं हैं। इस पर उन्होंने सीधे कप्तान से जाकर बात की।
हालांकि, कप्तान (माही भाई) ने उन्हें आश्वासन दिया कि ऐसी कोई समस्या नहीं है और सब कुछ टीम की प्लानिंग के हिसाब से चल रहा है।
🔥आत्मसम्मान बनाम हुक्का कल्चर
इरफान ने आगे कहा:
“मैं ऐसा इंसान नहीं हूं जो बार-बार जाकर किसी से सफाई मांगूं। अगर ऐसा करता तो मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती। मुझे किसी के कमरे में जाकर हुक्का लगाने की आदत नहीं है। मैं बस अपने खेल पर ध्यान देता था।”
यह बयान आते ही सोशल मीडिया पर हलचल मच गई। फैंस इस बयान को सीधा धोनी से जोड़कर देख रहे हैं और बहस छिड़ गई है कि आखिरकार इरफान किस ओर इशारा कर रहे थे।
🤯 सोशल मीडिया रिएक्शन
कुछ फैंस ने इरफान का समर्थन किया और कहा कि टीम में कई बार ग्रुपिज़्म और लॉबीबाज़ी होती है।
वहीं, धोनी के समर्थक इसे सिर्फ एक पुराना बयान और गलत समझ बता रहे हैं।
👉 कंट्रोवर्सी क्यों बढ़ी?
“हुक्का सेट” वाली लाइन ने फैंस को सोचने पर मजबूर कर दिया। यह बयान इरफान की नाराज़गी और हताशा को दिखाता है।
अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या सच में भारतीय टीम में चापलूसी कल्चर था?
❓ FAQs
Q. क्या इरफान पठान ने सीधे-सीधे धोनी पर आरोप लगाया है?
👉 नहीं, उन्होंने नाम नहीं लिया, लेकिन फैंस इसे धोनी से जोड़ रहे हैं।
Q. यह बयान कब का है?
👉 यह किस्सा 2008 ऑस्ट्रेलिया दौरे का है।
Q. “हुक्का लगाओ” वाली बात का क्या मतलब है?
👉 इरफान का इशारा इस ओर था कि टीम में सिलेक्शन सिर्फ परफॉर्मेंस से नहीं, बल्कि चापलूसी और नज़दीकी से भी होता है।
Q. फैंस का क्या रिएक्शन है?
👉 फैंस सोशल मीडिया पर बंट गए हैं – कुछ इरफान का सपोर्ट कर रहे हैं तो कुछ धोनी का बचाव।
Q. इरफान पठान धोनी विवाद क्या है?
👉 इरफान पठान ने एक इंटरव्यू में बिना नाम लिए कहा कि वह किसी खिलाड़ी के कमरे में जाकर हुक्का सेट नहीं करते। फैंस ने इसे एमएस धोनी से जोड़कर विवाद खड़ा कर दिया।
Q. इरफान पठान ने धोनी पर किस बात का आरोप लगाया?
👉 इरफान पठान का कहना था कि वह मैदान पर प्रदर्शन करने में विश्वास रखते हैं, न कि किसी के कमरे में जाकर हुक्का लगाने में। इस बयान को धोनी पर कटाक्ष माना जा रहा है।
Q. यह विवाद कब का है?
👉 यह विवाद 2008 ऑस्ट्रेलिया दौरे से जुड़ा है, जब मीडिया में खबर आई थी कि कप्तान उनकी गेंदबाजी से खुश नहीं हैं।
Q. धोनी ने इस विवाद पर क्या कहा था?
👉 इरफान के अनुसार, धोनी ने कहा था कि उनकी गेंदबाजी में कोई दिक्कत नहीं है और सब कुछ योजना के मुताबिक चल रहा है।
Q. सोशल मीडिया पर फैंस की क्या प्रतिक्रिया रही?
👉 फैंस दो गुटों में बंट गए हैं – कुछ लोग इरफान पठान का समर्थन कर रहे हैं, तो वहीं कई लोग धोनी के पक्षमें खड़े हैं।
👉 कुल मिलाकर, इरफान पठान के इस बयान ने फिर से पुराने जख्म कुरेद दिए हैं। चाहे उन्होंने नाम लिया हो या नहीं, लेकिन “हुक्का लगाओ, टीम में जगह पाओ” वाली लाइन आने वाले दिनों में क्रिकेट जगत में बड़ी बहस छेड़ दी है।