29 दिसंबर 2024 को दक्षिण कोरिया के मुआन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक दर्दनाक विमान हादसा हुआ, जिसमें 179 लोगों की मौत हो गई। जेजू एयर की फ्लाइट 502, जो बोइंग 737-800 मॉडल का विमान थी, लैंडिंग के दौरान नियंत्रण खो बैठी और रनवे से फिसलकर दीवार से टकरा गई। प्रारंभिक जांच में इस हादसे के पीछे एक पक्षी के विमान से टकराने की संभावना जताई जा रही है।
कैसे हुआ हादसा ?
जांच अधिकारियों के अनुसार, लैंडिंग से कुछ ही मिनट पहले विमान के इंजन में एक बड़ा पक्षी घुस गया। इसने इंजन को ठप कर दिया और पायलट के लिए विमान का संतुलन बनाए रखना मुश्किल हो गया। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाएं “बर्ड स्ट्राइक” (पक्षी की टक्कर) के कारण होती हैं, जो विमान के इंजन या विंग्स को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं।

पक्षियों से टकराव कितना खतरनाक?
विमानों और पक्षियों के टकराव की घटनाएं, जिसे तकनीकी भाषा में “बर्ड स्ट्राइक” कहा जाता है, हवाई यात्रा में एक गंभीर खतरा मानी जाती हैं। ये घटनाएं अक्सर उड़ान भरने या लैंडिंग के समय होती हैं, जब विमान कम ऊंचाई पर होता है। हालांकि कई बार ये घटनाएं मामूली होती हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह बड़े हादसों का कारण बन सकती हैं।
पक्षियों से टकराव क्यों खतरनाक?
1. इंजन को नुकसान:पक्षी अगर विमान के इंजन में फंस जाए तो इंजन की कार्यक्षमता खत्म हो सकती है। इससे विमान हवा में संतुलन खो सकता है।
- विमान की संरचना पर असर:
पक्षी के टकराने से विमान के पंख, नाक या विंडशील्ड को नुकसान हो सकता है। इससे विमान की एरोडायनामिक संरचना प्रभावित होती है। - आपातकालीन लैंडिंग की जरूरत:
यदि विमान का इंजन या कोई अन्य हिस्सा क्षतिग्रस्त हो जाए, तो पायलट को आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ती है। यह लैंडिंग भी जोखिम भरी हो सकती है।
बचाव के उपाय :
1. पक्षी प्रबंधन प्रणाली:हवाई अड्डों के आसपास पक्षियों को दूर रखने के लिए विशेष राडार, अल्ट्रासोनिक वेव और रोशनी का उपयोग किया जाता है।
2. हवाई पट्टी की सफाई:रनवे के आसपास खाना या कचरा इकट्ठा नहीं होने दिया जाता ताकि पक्षी वहां न आएं।
3. पायलट का प्रशिक्षण:पायलट को ऐसी परिस्थितियों में विमान को संभालने की विशेष ट्रेनिंग दी जाती है।
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