प्रयागराज: तीर्थराज का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व

प्रयागराज

प्रयागराज: पवित्रता और संस्कृति का संगम प्रयागराज, जिसे प्राचीन समय में ‘तीर्थराज’ के नाम से जाना जाता था, भारत के सबसे पवित्र और ऐतिहासिक शहरों में से एक है। यह वह स्थान है जहां गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियां मिलकर त्रिवेणी संगम बनाती हैं। यहां हर छः वर्षों में अर्धकुंभ और हर बारह वर्षों … Read more

कुम्भ मेला: समुद्र मंथन से लेकर त्रिवेणी संगम तक, जानिए इसका आध्यात्मिक महत्व

कुंभ मेला का धार्मिकऔर ऐतिहासिक महत्व कुम्भ मेले का इतिहास बेहद प्राचीन है। यह महापर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि भारत की सांस्कृतिक जड़ों का प्रतीक भी है। कुम्भ मेले का उल्लेख शिव पुराण, मत्स्य पुराण, पद्म पुराण और भविष्य पुराण जैसे ग्रंथों में मिलता है।   मान्यता है कि जब समुद्र मंथन … Read more

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