विश्व हिंदी दिवस 2025: हिंदी भाषा की वैश्विक पहचान और सांस्कृतिक धरोहर को जानिए

हर वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। यह दिन हिंदी भाषा के महत्व, उसकी वैश्विक पहचान और सांस्कृतिक धरोहर को सम्मान देने का अवसर है। 2006 में भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए इस दिवस का उद्देश्य हिंदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतिष्ठित भाषा के रूप में स्थापित करना है। आइए, हिंदी के महत्व, इतिहास और उसके वैश्विक योगदान के बारे में विस्तार से जानते हैं।

 

हिंदी का ऐतिहासिक महत्व

 

हिंदी का इतिहास भारत के सांस्कृतिक और सामाजिक विकास में गहराई से जुड़ा है। 10 जनवरी 1949 को, हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में अपनाया गया था। इसके बाद, हिंदी ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई। हिंदी साहित्य के माध्यम से हमें सूरदास, तुलसीदास, प्रेमचंद, महादेवी वर्मा जैसे साहित्यकारों की अद्भुत रचनाएं मिलीं, जो हमारी संस्कृति का प्रतिबिंब हैं।

 

हिंदी की वैश्विक पहचान

 

आज हिंदी सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। यह दुनिया की चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा बन चुकी है। करीब 50 करोड़ लोग हिंदी बोलते हैं। नेपाल, मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, त्रिनिदाद और टोबैगो जैसे देशों में हिंदी को एक सांस्कृतिक धरोहर के रूप में देखा जाता है। यही नहीं, अमेरिका, कनाडा और यूरोपीय देशों में भी हिंदी सीखने वालों की संख्या बढ़ रही है।

 

विश्व हिंदी दिवस 2025 का थीम

 

इस वर्ष का थीम है:

हिंदी: एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज

यह थीम हिंदी के उस महत्व को दर्शाती है, जो दुनिया भर के लोगों और संस्कृतियों को एकजुट करने का कार्य करती है।

 

हिंदी का सांस्कृतिक योगदान

 

हिंदी साहित्य, कला और फिल्मों ने इसे वैश्विक पहचान दिलाई है। हिंदी सिनेमा, जिसे हम बॉलीवुड के नाम से जानते हैं, ने हिंदी भाषा को दुनियाभर में लोकप्रिय बनाया। हिंदी गाने और संवाद आज भी करोड़ों लोगों के दिलों में जगह बनाए हुए हैं।

 

हिंदी भाषा की विशेषताएं

 

हिंदी एक इंडो-यूरोपीय भाषा है।

 

इसका हर अक्षर विशिष्ट ध्वनि रखता है।

 

यह संस्कृत भाषा की वंशज मानी जाती है।

 

अंग्रेजी और अन्य भाषाओं ने हिंदी से कई शब्द उधार लिए हैं।

 

 

विश्व हिंदी दिवस: क्या कर सकते हैं आप?

 

हिंदी में संवाद करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।

 

हिंदी साहित्य पढ़ें और इसके महत्व को समझें।

 

सोशल मीडिया के माध्यम से हिंदी को प्रचारित करें।

 

छात्रों और बच्चों को हिंदी सीखने के लिए प्रोत्साहित करें।

 

 

हिंदी पर गर्व करें

 

हिंदी न केवल हमारी भाषा है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और पहचान का प्रतीक है। आइए, इस विश्व हिंदी दिवस पर हम सभी यह संकल्प लें कि हम हिंदी को हर स्तर पर सम्मानित करेंगे और इसे नई पीढ़ियों तक पहुंचाएंगे।

 

“हिंदी हमारी धरोहर है, इसे संरक्षित करना हमारा कर्तव्य है।”

 

धन्यवाद!

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